शिक्षा विभाग की लापरवाही हुई उजागर,गणित के पेपर की दो तिथियों ने छात्रों और शिक्षकों को चक्कर में डाला,लेकिन जल्द सुधार ली गलती

देहरादून। उत्तराखंड शिक्षा विभाग अपनी गलतियों के लिए काफी प्रसिद्ध होता जा रहा है,कई बार देखने को मिलता है कि शिक्षा विभाग के आदेश हो या फिर जो पेपर शिक्षा विभाग के द्वारा तैयार करवाए जाते हैं,उनमें लिपिकीय गलती देखने को मिलती है। लेकिन जिस तरीके से वार्षिक गृह परीक्षाओं के कार्यक्रम में एक लिपिकीय गलती शिक्षा विभाग की देखने को मिली है,उससे कहा जा सकता है कि शिक्षा विभाग में कई बार शायद गलतियों को चेक नहीं किया जाता है यही वजह है कि वार्षिक गृह परीक्षा के नौवीं कक्षा के गणित के पेपर को जिस तरीके से 2 दिन कार्यक्रम में दर्शाया गया,उससे शिक्षकों के साथ छात्रों को भी सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि आखिर उनका गणित का पेपर किस दिन है, क्योंकि शिक्षा विभाग के द्वारा जो परीक्षा का कार्यक्रम गृह परीक्षाओं का जारी किया गया है, उसमें नवी कक्षा का गणित का पेपर 24 फरवरी के साथ- साथ 1 मार्च को भी दर्शाया गया था, जिससे शिक्षक और छात्र कंफ्यूज हो गए कि आखिर उनका पेपर है किस दिन । लेकिन शिक्षा विभाग ने इस गलती को भांपते हुए तुरंत अब इस गलती में सुधार कर दिया है, अब कक्षा 9 वीं का गणित का जो पेपर है वह 24 फरवरी के दिन ही है। नीचे आप दो आदेश देख सकते है,जिससे आप समझ सकते है,कि पूरा मामला क्या है। पहला आदेश वह जिसमें गलती हुई है,जबकि दूसरा आदेश संशोधित है,जिसमे गलती को सुधारा गया है।

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