ऑनलाइन पढ़ाई के बोझ को केंद्र सरकार ने किया कम,छात्रों की आंखों को मिलेगा रिलेक्स

देहरादून । एचआरडी मंत्रालय ने मंगलवार को स्कूलों द्वारा ऑनलाइन कक्षाओं के लिए दिशा-निर्देशों की घोषणा की. जिसके तहत ऑनलाइन कक्षाओं के लिए सरकार ने नियम बनाए हैं जो स्कूलों को भी मानना जरूरी होगा।स्कूलों की ऑनलाइन कक्षाओं की नियमित‍ता को लेकर अभिभावकों द्वारा उठाई गई चिंताओं के बाद मंत्रालय ने दिशा-निर्देश तैयार किए हैं. बता दें कि COVID-19 महामारी के बाद बच्चे ऑनलाइन कक्षाएं ले रहे हैं. इस दौरान बच्चे स्क्रीन में ज्यादा समय लगा रहे हैं. ऐसे में मांग थी कि क्लास टीच‍िंग से ऑनलाइन शिक्षण के लिए एक शिफ्ट जरूरी है. लॉकडाउन के बाद से करीब चार महीनों से देशभर के स्कूल बंद होने के बाद से स्कूल ऑनलाइन माध्यम से बच्चों को पढ़ा रहे हैं.
अभ‍िभावकों की चिंता को देखते हुए सरकार ने “प्रगति” नामक दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

30 मिनट से ज्यादा नहीं होगी पढ़ाई

इन दिशा-निर्देशों में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) ने सिफारिश की है कि प्री-प्राइमरी छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं की अवधि 30 मिनट से अधिक नहीं होनी चाहिए।

कक्षा 8 तक दो सत्रों में होगी पढ़ाई

कक्षा 1 से 8 के लिए, मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 45 मिनट तक के दो ऑनलाइन सत्रों की सिफारिश की है ।
कक्षा 9 से 12 तक के लिए 4 सत्रों में पढ़ाई को अनुमति

जबकि कक्षा 9 से 12 के लिए, 30-45 मिनट की अवधि के चार सत्रों की सिफारिश की गई है.

16 मार्च से बंद है स्कूल

COVID-19 महामारी के चलते स्कूलों को बंद कर दिया गया है. ऐसे में देश के 240 मिलियन से अधिक बच्चे प्रभावित हुए हैं. नई गाइडलाइन जारी करते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा कि महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए, स्कूलों को न केवल अब तक पढ़ाने और सीखने के तरीके को फिर से तैयार करना होगा बल्कि घर पर स्कूली शिक्षा के एक अलग तरह के सिखाने के तरीके से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की एक उपयुक्त विधि भी प्रस्तुत करनी होगी. उन्होंने कहा कि दिशा-निर्देश उन छात्रों के लिए ऑनलाइन शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए बनाए गए हैं, जो घर पर हैं. ये दिशा-निर्देश उन बच्चों के लिए हैं, जो घर पर लॉकडाउन के कारण रह रहे हैं, उन्हें ऑनलाइन, मिश्रित, डिजिटल शिक्षा के जरिये सिखाने की कोश‍िश की जा रही है. डिजिटल शिक्षा पर तैयार ये दिशा-निर्देश ऑनलाइन शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए एक रोडमैप भी हैं. बता दें कि देश भर के विश्वविद्यालयों और स्कूलों को 16 मार्च से बंद कर दिया गया है.ऑन लाईन पढाई से बच्चों को सबसे ज्यादा दिक्कत उनकी आँखों को हो रही है क्योंकि छात्रो को लगातार ऑनलाइन क्लास के माध्यम से कई घण्टो तक फोन की स्क्रीन या फिर कम्प्यूटर के सामने बैठना पड़ रहा है,जिसे अब छात्रों को कुछ हद तक राहत मिल जाएगी।

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