राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने ने किया ‘‘आयुष्मान भव’’ अभियान का वर्चुअली शुभारंभ,17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा ‘‘सेवा पखवाड़ा’’ अभियान

देहरादून। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बुधवार को गांधीनगर, गुजरात से ‘‘आयुष्मान भव’’ अभियान का वर्चुअली शुभारंभ किया। आयुष्मान भव अभियान केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की एक व्यापक राष्ट्रव्यापी स्वास्थ्य सेवा पहल है जिसका उद्देश्य देश के हर गांव और कस्बे तक स्वास्थ्य सेवाओं की संतृप्ति कवरेज प्रदान करना है। यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2023 तक ‘‘सेवा पखवाड़ा’’ के दौरान चलाया जाएगा। आयुष्मान भव अभियान के अंतर्गत आयुष्मान-आपके द्वार 3.0, स्वास्थ्य केंद्रों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आयुष्मान सभाओं का आयोजन और हर गांव व पंचायत में आयुष्मान मेलों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं के कवरेज को अधिक से अधिक करना है। उद्घाटन समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, सहित सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से माननीय राज्यपालों, माननीय मुख्यमंत्रियों, राज्य मंत्रियों और विभिन्न क्षेत्रों से संबद्ध अधिकारियों ने वर्चुअली प्रतिभाग किया।

 

 

 

 

 

‘‘आयुष्मान भव’’ अभियान के शुभारंभ के अवसर पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम राजभवन में आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि), मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत मौजूद रहे। राजभवन में आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत निःक्षय मित्र बनकर रोगियों की मदद करने वाली 05 संस्थाओं, एक्शन फॉर एडवांस डवलपमेंट सोसायटी, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड उत्तराखण्ड, द हिमालयन वेलनेस कंपनी, बालाजी सेवा संस्थान उत्तराखण्ड और लायंस क्लब देहरादून को राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने उपस्थित सभी लोगों को अंगदान/देहदान की शपथ भी दिलाई।

 

 

 

इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि ‘‘आयुष्मान भव’’ योजना भारत के 140 करोड़ लोगों के जीवन में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के लिए और लोगों के जीवन को सुखमय बनाने के लिए एक बड़ा क्रांतिकारी अभियान है। हर एक नागरिक के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेते हुए केंद्र सरकार ने बहुत बडे़ अभियान की शुरूआत की है। यह अभियान हर घर और हर व्यक्ति तक पहुंचे, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ इस अभियान से जुडे़ रेखीय विभागों को गंभीरता से कार्य करना होगा।

 

 

राज्यपाल ने कहा कि गांव और कस्बों में रहने वाली माताओं-बहनों, बुजुर्गों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए उन तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने और जागरूक करने के लिए ‘‘आयुष्मान भव’’ एक आधारभूत अभियान की शुरुआत हुई इसके माध्यम से उनके स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का निवारण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे गांव स्वस्थ होंगे, तो भारत स्वस्थ होगा। ‘‘आयुष्मान भव’’ अभियान स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए टर्निंग प्वाइंट और गेम चेंजर अभियान है।

 

 

 

राज्यपाल ने कहा कि स्वास्थ्य योजनाओं को अंतिम छोर तक और प्रत्येक घर और प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाने से लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि ‘‘आयुष्मान भव’’ अभियान के माध्यम से उत्तराखण्ड को स्वस्थ और सुखी रखने का यह संकल्प हम सभी को लेना है। उन्होंने विश्वास जताया कि सभी के सामूहिक प्रयासों से अन्य योजनाओं की तरह इस योजना का भी प्रदेश में सफल क्रियान्वयन होगा।

 

 

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ‘‘आयुष्मान भव’’ अभियान निश्चित रूप से समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाने में सफल होगा। इस विशेष अभियान के दौरान जो कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे, उससे स्वास्थ्य विभाग की नीतियों व कार्यक्रमों के समयबद्ध क्रियान्वयन के लिए विशिष्ट दृष्टिकोण विकसित होगा। हमारा पारंपरिक ज्ञान कहता है कि अच्छे स्वास्थ्य से बड़ी नेमत कुछ नहीं है। हमारी संस्कृति विश्व को एक परिवार के रूप में देखना सिखाती हैं और अच्छे स्वास्थ्य के लिए हमारा दृष्टिकोण ’’एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’’ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा उत्तराखंड को हर क्षेत्र में व्यापक सहयोग प्रदान किया जा रहा है। हर क्षेत्र में लाभार्थियों तक सुविधाओं को पहुंचाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार के परस्पर समन्वय से कार्यों का सफल संपादन किया जा रहा है।

 

 

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश में चार मोर्चाें पर काम करने के लिए रणनीति बना रही है। पहला मोर्चा है, बीमारियों को रोकने के लिए जन-जागरुकता फैलाने का। दूसरा मोर्चा है, गरीबों को सस्ता और प्रभावी इलाज देने का है। तीसरा मोर्चा है हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स की क्वान्टिटी और क्वालिटी में बढ़ोतरी करना। चौथा मोर्चा है, समस्याओं से पार पाने के लिए मिशन मोड पर काम करना। प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए हर अभियान का लाभ अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को मिल रहा है। राज्य सरकार का लक्ष्य भी प्रदेश के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक प्रत्येक योजना को पहुंचाना है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हम सरकार “विकल्प रहित संकल्प“ के आधार पर निरंतर कार्य कर रहे हैं।

 

 

 

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि ‘‘आयुष्मान भव’’ अभियान के अंतर्गत प्रदेशभर में 700 रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जायेगा। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 10-10 शिविरों का आयोजन होगा जिनमें स्वयंसेवी संस्थाएं, एनएसएस, रेडक्रॉस सोसायटी, स्काउट्स-गाइड्स एवं रोवर रेंजर्स के साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा, शहरी विकास, पंचायतीराज, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि प्रतिभाग करेंगे।

 

 

उन्होंने कहा कि इन शिविरों में स्वैच्छिक रक्तदान के साथ ही रक्तदान हेतु पंजीकरण, अंगदान एवं देहदान के लिए भी पंजीकरण कराया जायेगा। जबकि राजकीय संयुक्त चिकित्सालयों व आयुष्मान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स में साप्ताहिक स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया जायेगा जहां पर चिकित्सकों द्वारा स्थानीय लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण के साथ ही गैर संचारी रोगों की भी जांच की जायेगी। कार्यक्रम के अवसर पर विधायक जागेश्वर मोहन सिंह मेहरा, सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार, अपर सचिव  स्वाति एस. भदौरिया, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. विनीता शाह सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी और मेडिकल कालेज के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहीं।

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