शिक्षकों की जिस मांग का शिक्षा मंत्री 8 दिन में नहीं निकाल पाए समाधान,उस मांग का बीजेपी अध्यक्ष ने चंद मिनटों में निकाल दिया हल

देहरादून। उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने शिक्षकों की उस मांग को चंद मिनटों में समाधान निकाल दिया, जिसको शिक्षा मंत्री हल नहीं कर पा रहे थे और वह मुख्यमंत्री के ऊपर उस फैसले को डाल दे रहे थे। जिसका समाधान वह खुद भी कर सकते थे । लेकिन ऐसा शिक्षा मंत्री नहीं कर पाए । जी हां शिक्षकों के इस वर्ष शीतकालीन अवकाश खत्म करने का आदेश शिक्षा सचिव के द्वारा जारी किया गया था जिसके विरोध में शिक्षक संगठन के साथ प्रदेश भर के शिक्षक उतर आए थे। राजकीय शिक्षक संगठन ने शिक्षकों के अवकाश को समाप्त किए जाने के आदेश को निरस्त करने की मांग को लेकर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय से बाजपुर से लेकर देहरादून तक कई मुलाकातें की लेकिन शिक्षा मंत्री शिक्षकों की मांग पूरा करने के लिए वह साहस नहीं जुटा पाए जो बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने चंद मिनटों में जुटा लिया । जी हां उत्तराखंड में हर साल शिक्षकों को शीतकालीन अवकाश दिया जाता है। लेकिन इस वर्ष शीतकालीन अवकाश को समाप्त किए जाने का आदेश जारी हो गया। जिसके बाद राजकीय शिक्षक संगठन इसके विरोध में उतर आया ।

राजकीय शिक्षक संगठन के निर्देश पर आज कुछ शिक्षक बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत से मिले शिक्षकों ने अपनी मांग से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत को अवगत कराया । शिक्षकों की मांग को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने तुरंत उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओम प्रकाश को फोन मिलाया और शिक्षकों को शीतकालीन अवकाश दिए जाने का आदेश को समाप्त करने का हल ढूंढने के लिए कहा यहां तक की बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम को भी फोन कर शिक्षकों को शीतकालीन अवकाश दिए जाने के लिए कहा। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के इस कदम के बाद उत्तराखंड शासन ने शिक्षकों को शीतकालीन अवकाश दिए जाने पर मुहर लगा दी और अपने पुराने आदेश को निरस्त कर दिया। शिक्षकों को शीतकालीन अवकाश दिए जाने के आदेश जारी होने के बाद शिक्षकों में जहां खुशी की लहर दौड़ गई। वहीं राजकीय शिक्षक संगठन ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का विशेष आभार जताया । राजकीय शिक्षक संगठन के अध्यक्ष कमल किशोर डिमरी ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का आभार जताते हुए कहा कि जिस मांग के लिए वह कई दिनों से चक्कर काट रहे थे ।। उसे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने चंद मिनटों में सुलझा दिया। इसलिए वह बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का विशेष आभार व्यक्त करते हैं। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत का स्टेप शिक्षकों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर किस तरीके से बंशीधर भगत ने उनकी समस्या का समाधान निकाल दिया । साथ ही चर्चाएं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के निर्णय को लेकर भी हो रही हैं कि आखिर बंशीधर भगत किस तरीके से अपनी ही सरकार के साथ खड़े नजर आ रहे हैं जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही थी आज वहां शिक्षकों खुश नजर आ रहे है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का इसे साहसिक निर्णय भी माना जा रहा है। वही कल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने उन जन भावनाओं को लेकर भी बड़ा निर्णय लिया जिसको लेकर उत्तराखंड के सत्ता के गलियारों में खूब किरकिरी सरकार की होने लगी थी । जी हां कुमाऊँ के रानीखेत के चौबिटिया से उद्यान निदेशालय को देहरादून शिफ्ट किए जाने को लेकर खूब हो हल्ला जब मचा तो बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने साफ शब्दों में दो टूक कह दिया की उद्यान निदेशालय चौबटिया से कहीं शिफ्ट नहीं होगा । जी हां आपको बता दें कि उद्यान मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा था,कि चौबटिया से उद्यान निदेशालय देहरादून शिफ्ट किए जाने प्रशासन स्तर पर विचार चल रहा है, और उन्होंने अपनी सहमति इसको लेकर दे दिए केवल मुख्यमंत्री की सहमति के लिए फाइल अनुमोदन के लिए अब भेजी गई है लेकिन सुबोध उनियाल के इस बयान के बाद उत्तराखंड भाजपा सरकार की खूब किरकिरी हो रही थी। जिसे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने बचा लिया। इस तरीके से 2 दिनों में 2 बड़े निर्णय बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने 2020 के अंत में लिए है वह भी ऐसे समय में जब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली एम्स में अपना उपचार करा रहे हैं । ऐसे में कहा जा सकता है कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने अपनी उस ताकत का एहसास भी कराया जिससे सरकार की छवि उन्होंने धूमिल होने से बचाया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!