साहनी आत्महत्या कांड में जो तथ्य सामने आ रहे हैं वो बेहद चौंकाने वाले हैं,धस्माना ने उठाए गम्भीर सवाल

देहरादून। देहरादून को दहला देने वाले सतिंदर साहनी आत्महत्या कांड में जो तथ्य सामने आ रहे हैं वो बेहद चौंकाने वाले हैं और कहीं ना कहीं यह इशारा कर रहे हैं कि अंतराष्ट्रीय पुलिस व इंटरपोल में वांछित गुप्ता बंधुओं को उत्तराखंड व उत्तरप्रदेश में राजनैतिक व प्रशासनिक अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है इसलिए अब यह आवश्यक है कि इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से करवाई जानी चाहिए यह बात आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने अपने कैंप कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। प्रेस को साहनी द्वारा बीती दस मई को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को सतिंदर साहनी द्वारा दिए गए शिकायती प्रार्थना पत्र को जारी करते हुए धस्माना ने कहा कि स्वर्गीय साहनी का प्रार्थना पत्र में जो विवरण है वो हैरान कर देने वाला है और उस विस्तृत प्रार्थना पत्र में जिस प्रकार से गुप्ता बंधुओं को ब्लैक कैट व वर्दीधारी हथियारबंद लोग घेर के रखते थे उससे उसके रुतबे व उसकी पहुंच जिसका वो जिक्र स्वर्गीय साहनी को डराने में कर रहा था पता चलता है। धस्माना ने कहा कि स्वर्गीय साहनी ने स्पष्ट रूप से अपने प्रार्थना पत्र में इस बात का जिक्र किया है कि उसको व उसके परिवार को समाप्त कर देने की धमकी गुप्ता बंधुओं ने दी थी और पत्र में हवाला और मनी लाउंड्रिंग का भी जिक्र है तो यह बड़े आश्चर्य की बात है कि साहनी जैसे प्रतिष्ठित व्यापारी की इतनी गंभीर शिकायत पर पुलिस ने कोई कार्यवाही क्यूं नहीं की व आय कर विभाग ईडी जैसे विभागों को इस प्रकरण की सूचना क्यूं नहीं दी गई यह गहन जांच का विषय है। धस्माना ने कहा कि यह संभव है कि पुलिस व प्रशासन की उनकी शिकायत पर उदासीनता के चलते साहनी गुप्ता बंधुओं की किसी संभावित कार्यवाही से घबरा कर भी वे आत्महत्या के लिए मजबूर हो गए हों। धस्माना ने कहा कि यह मामला एक बड़े अपराधिक घटना के अलावा मनी लाउंड्रिंग,हवाला व राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला भी है इसलिए तत्काल इस मामले की इन सभी तथ्यों से जुड़े विभागों को स्वातः संज्ञान ले कर कार्यवाही करनी चाहिए और उत्तराखंड सरकार को इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच के आदेश के लिए केंद्र सरकार को संस्तुति कर आग्रह करना चाहिए।

 

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