उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव में युवाओं की होगी सांसद चुनने में महत्वपूर्ण भूमिका,निर्वाचन आयोग के द्वारा आंकड़े जारी करने के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों का बड़ा दावा

देहरादून। लोकसभा चुनाव से पहले निर्वाचन आयोग के द्वारा उत्तराखंड में कुल मतदाताओं का आंकड़ा जारी किया गया है, लेकिन कुल मतदाताओं के आंकड़े पर नजर दौड़ाएं तो आने वाले लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड के युवा पांच लोकसभा सीटों पर किसी भी राजनीतिक दल की तकदीर लिखने का काम अपने वोट के जरिए करेंगे, लेकिन क्या कुछ राजनीतिक दल से जुड़े नेताओं का युवा वोटरों के रुझान को लेकर कहना है,आप पढ़ सकते है।

क्या है गणित समझिए

 उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव को लेकर जहां सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी है, तो वहीं निर्वाचन आयोग के द्वारा भी लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है,इसी कड़ी में निर्वाचन आयोग के द्वारा मतदाता सूची को लेकर आंकड़े जारी किए गए है,जिसमे में कई पहलुओं को निर्वाचन आयोग ने शामिल किया है, लेकिन जो सबसे दिलचस्प पहलू है, वह युवा मतदाताओं को लेकर है,जिनके हाथों में किसी भी राजनीतिक दल की तकदीर लिखने का मौका इस बार के लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड में है,उत्तराखंड में कुल मतदाताओं की बात करें तो 42 लाख 43 हजार 423 मतदाता है,जिनमे अलग-अलग आयु वर्ग के आंकड़े भी आयोग के द्वारा जारी किए गए है। 18 से 19 साल के युवा जो पहली बार मतदाता बने हैं उनका आंकड़ा 1लाख 29 हजार 62 है,जबकि 20 से 29 साल के आयु वर्ग के मतदाताओं का आंकड़ा 16 लाख 59 हजार 290 वहीं 30 से 39 साल के युवाओं का आंकड़ा मतदाता लिस्ट में सबसे ज्यादा 22 लाख 44 हजार 926 है,जबकि 40 से 49 आयु वर्ग के मतदाताओं का आंकड़ा 17 लाख 4 हजार 530 है। 50 से 59 के बीच का यही आंकड़ा 11 लाख 86 हजार 686 बैठता है,तो वहीं 60 से 69 साल के आय वर्ग का यही आंकड़ा 7लाख 50 हजार 563 बैठता है जबकि 70 से 79 के बीच का यही आंकड़ा 4 लाख 14 हजार 114 बैठता है,जबकि 80 साल से ऊपर के मतदाताओं का आंकड़ा 1 लाख 54 हजार 269 है। अब केवल युवा वर्ग के मतदाताओं का आंकड़ा यदि हम जोड़े तो 18 से 39 साल के युवाओं के आंकड़े को हम ले तो 40 लाख 33 हजार 278 मतदाता युवा है,जो कि 50 प्रतिशत के लगभग बैठता है,और वोट प्रतिशत युवा का ज्यादा रहा रहा तो जिस दल की ओर युवाओं का रूझान ज्यादा रहा,5 लोकसभा सीट वाले उत्तराखंड में उस दल के ज्यादा सांसद जीतने तय है। वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का कहना है कि जिस तरीके से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का क्रेज युवाओं में बखूबी देखने को मिलता है और केंद्र की सरकार के काम हो या फिर युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में जिस तरीके से कम हो रहे हैं उसे पर युवाओं का भरोसा कायम हुआ है और युवा मतदाता भारतीय जनता पार्टी को ही मतदान करेगा और पांचो लोकसभा सिम उत्तराखंड से भाजपा फिर से जीतेगी।

 

कांग्रेस को है युवाओं पर भरोषा

वहीं कांग्रेस प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा  का कहना है कि उत्तराखंड में युवाओं के हित की आवाज बनकर कांग्रेस खड़ी है नजर आई है, भर्ती परीक्षाओं में धांधली के मामले में युवाओं के साथ खड़े होने की बात हो या फिर अंकित भंडारी हत्याकांड में जिस तरीके से युवा सड़कों पर था, उसका साथ भी कांग्रेस के द्वारा बखूबी तरीके से दिया गया और आज भी अंकिता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर कांग्रेस सड़कों पर है, इसलिए उत्तराखंड का युवा कांग्रेस के साथ है और लोकसभा चुनाव में युवा मतदाता कांग्रेस को ही वोट करेगा।

लोकसभा चुनाव के परिणाम बताएंगे हकीकत

लोकसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग के द्वारा जो आंकड़े जारी किए गए हैं, उसको लेकर भी उत्तराखंड में सियासी दलों में सियासत युवाओं को लेकर देखने को मिल रही है, भाजपा और कांग्रेस दोनों राष्ट्रीय दल युवाओं से खुद को कनेक्ट होने की बात कर रहे हैं, ऐसे में देखना ही होगा कि आखिरकार जब लोकसभा चुनाव के नतीजे आते हैं तो उत्तराखंड का युवा कौन से राजनीतिक दल की किस्मत का फैसला उत्तराखंड से लिखता है।

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