मुख्यमंत्री के साथ पूरी कैबिनेट को क्वॉरेंटाइन करने की मांग,कांग्रेस नेता ने कैबिनेट मंत्री महाराज पर एपिडेमिक के तहत मामला दर्ज करने करी मांग

देहरादून । कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की पत्नी और पूर्व कैबिनेट मंत्री अमृता रावत की कोरोनावायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जहां उत्तराखंड में कोरोनावायरस को लेकर हड़कंप सा मच गया है । वही कांग्रेस ने सतपाल महाराज पर एपिडेमिक एक्ट यानी आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की मांग की है कांग्रेस के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी का कहना है कि जब सतपाल महाराज को पता था कि उनकी पत्नी की तबीयत खराब है और वह दिल्ली से लौटी हैं तो फिर सतपाल महाराज 29 मई को हुई कैबिनेट बैठक में शामिल होने क्यों गए, सतपाल महाराज के कैबिनेट बैठक में शामिल होने पर मुख्यमंत्री के साथ पूरी कैबिनेट के साथ उन अधिकारियों को भी क्वॉरेंटाइन किया जाना चाहिए,जो कैबिनेट बैठक में शामिल हुए थे । मथुरादास जोशी का कहना है कि यूं तो सतपाल महाराज कैबिनेट बैठकों से गायब रहते हैं लेकिन उनके घर पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा चस्पा नोटिस होने के बाद भी महाराज कैबिनेट बैठक में गए जो सवाल खड़े करता है कि सरकार जहां एक तरफ कोरोनावायरस को लेकर जागरुकता अभियान चला रही है । वहीं उनके कैबिनेट मंत्री ही इसका अनुपालन कर रहे हैं इसलिए सतपाल महाराज पर आपदा प्रबंधन नियमों के तहत मामला दर्ज होना चाहिए । जोशी का साथ ही कहना है कि कांग्रेस के नेता किसी से भी मिलने जा रहे हैं तो उन्हें क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है जबकि भाजपा नेता खुले रूप से पूरे प्रदेश में घूम रहे हैं घूम रहे हैं उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है इसलिए कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए एडवाइजरी का सभी को अनुपालन करना चाहिए।

 

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